Tuesday, March 8, 2016

विपरीत मौसम में आम के बौर न झड़ें, इसका उपाय कृपया बतायें - राजीव शुक्ला, कोऑर्डिनटर, जनपद पंचायत.

आम के बौर पर सल्फर 80डब्ल्यू.पी. का 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें. इससे लाभ होगा. 

कृप्या चने की इल्ली के नियंत्रण के लिये दवा बतायें ?


चने की इल्ली के नियंत्रण के लिये इंडॉक्साकार्ब दवा 1 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर घोल तैयार करें. प्रति एकड़ 13 टंकी दवा के घोल क छिड़काव करें. 
अन्य दवा है-
ऐमामैक्टिन बैंज़ौयेट दवा 1 मिली लीतर प्रति लीटर पानी में घोलें तथा प्रति एकड़ 13 टंकी दवाई के घोल का छिड़काव करें. 
  

Friday, February 12, 2016

कृपया बतायें चने की इल्ली के नियंत्रण का क्या उपाय है ?

फूल अवस्था में प्रति एकड़ अंग्रेज़ी की टी आकार की अथवा वाय आकार की 20 खूँटियाँ लगायें जिसमें चिड़िया आ कर बैठें और इल्लीयों को चुनचुन कर खेत से ले जायें. फल अवस्था पर कृपया यह खूँटियाँ हटा दें अन्यथा चिड़िया घेंटियों को नुकसान पहुँचायेंगी.  

Thursday, February 11, 2016

गेहूँ की संकरी एवं चौड़ी पत्ती के खरपतवार का एक साथ नियन्त्रण करने के लिये क्या उपाय अपनायें ?

गेहूँ की संकरी एवं चौड़ी पत्ती के खरपतवार का एक साथ नियन्त्रण करने के हेतु सल्फोसल्फ्यूरॉन 75 प्रतिशत + मैट्सल्फ्यूरॉन 5 प्रतिशत की 40 ग्राम मात्रा  को 30 दिन पुरानी फसल पर, 600 लीटर पानी में घोल कर छिड़कें. ध्यान रहे घोल छिड़कते समय खेत में नमी होना आवश्यक है.  

केले के झाड़ के तने के भेदक कीट को कैसे नियंत्रित करें ?

तना भेदक से प्रभावित केले का झाड़ 
केले के झाड़ के तने के भेदक कीट को नियंत्रित करने के लिये कारबरिल 50 डब्ल्यू. पी. नामक दवा  4 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोलें. इस तरह से तैयार दवाई की 20 टंकी को एक एकड़ में लगे केले के झाड़ पर छिड़कें. 
केले के झाड़ के तने में यदि छेद दिखाई पड़ रहे हों तो, इन छेदों में, उपर दी गई विधि के अनुसार तैयार दवाई को ,तने के भीतर डालें.  

Wednesday, February 10, 2016

प्याज़ की रोपाई कैसे करें एवं क्या सावधानी रखें ?

प्याज़ की रोपाई सूखे एवं तैयार खेत में करें. 
रोपाई के उपरांत ही सिंचाई  करें.
प्रति एकड) 50 किलोग्राम डी.ए.पी., 15 किलोग्राम सल्फर का प्रयोग रोपाई के पूर्व करें.   

आलू एवं टमाटर की फसल को झुलसा रोग से कैसे बचायें ? कृपया मार्गदर्शन दें .

आलू एवं टमाटर की फसल में झुलसा रोग के नियंत्रण  हेतु मैटालैक्सिल + मैन्कोज़ैब अथवा सैमैक्सनील + मैन्कोज़ैब को 2.5 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल कर छिड़काव करें.